‘शिक्षा विभाग में नौकरी के लिए युवाओं को भविष्य में अलग- अलग टेस्ट नहीं देने होंगे, हमारी सरकार इसको लेकर प्लानिंग कर रही है, वैसे फिलहाल जो प्रक्रिया है, इसमें अलग-अलग टेस्ट देने के साथ बीएड भी करनी होती है, उसके बाद भी एक और टेस्ट होगा, तब जाकर नौकरी लगेगी, उसमें संशोधन होना चाहिए, मुझे लगता है, इसकी जगह एक बार परीक्षा होनी चाहिए, इसमें ग्रेड फर्स्ट, ग्रेड सैकंड, ग्रेड थर्ड के साथ, अलग-अलग सब्जेक्ट के टीचर्स का सलेक्शन किया जाए, इसके साथ ही उसकी मेरिट भी तैयार हो, बीएड करके आने के बाद परमानेंट किया जा सकता है