Current Affairs For India & Rajasthan | Notes for Govt Job Exams

Educational News

राजस्थान में 116 सीटों पर 294 प्रत्याशियों ने भरा पर्चा, गहलोत और वसुंधरा के चुनावी दौरे हुए तेज

राजस्थान विधानसभा चुनाव में शुक्रवार को 166 विधानसभा क्षेत्रों में 294 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। शुक्रवार को नामांकन पत्र दाखिल करने का पांचवा दिन था। काग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़, अशोक गहलोत मंत्रिमंडल के सदस्य विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा सहित भाजपा व कांग्रेस के कई प्रमुख प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। सीएम गहलोत ने विश्वेंद्र व मीणा के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना मामले में लोगों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस प्रत्याशियों को वोट देने की अपील की। उन्होंने कहा कि केंद्र में तानाशाह सरकार बैठी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने का वादा किया था, लेकिन वह वादा पूरा नहीं किया गया है। गहलोत ने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। इन एजेंसियों का उपयोग निर्वाचित सरकारों को गिराने की कोशिश के लिए हो रहा है। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भीलवाड़ा में भाजपा प्रत्याशी कैलाश बहेडिया के समर्थन में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अब राजस्थान का नव निर्माण होगा। प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बनेगी। फिर से प्रदेश का विकास होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भारी बहुमत से भाजपा की सरकार बनेगी। भाजपा ने दो प्रत्याशी घोषित किए भाजपा ने शुक्रवार को दो सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं। इनमें टोडाभीम सीट से रामनिवास मीणा और शिव से स्वरूप सिंह को टिकट दिया गया है। भाजपा ने कुल 200 सीटों में से अबतक 184 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं। शेष 16 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा शनिवार तक होने की उम्मीद है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शनिवार को जयपुर में झोटवाड़ा सीट से पार्टी प्रत्याशी राज्यवर्धन सिंह के नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले आयोजित सभा को संबोधित करेंगे। AAP ने प्रत्याशी किए घोषित आम आदमी पार्टी (AAP) ने 26 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित किए हैं। इनमें संगरिया से संदीप सारण, हनुमानगढ़ से सचिन कौशिक, चूरू से संजय खान, दांतारामगढ़ से बुद्धिराम जाट, झुंझुनूं से रसीद खान, सांगानेर से अमित दाधीच, बाड़ी से अमर सिंह, किशनगढ़बास से चरण सिंह, सपोटरा से प्रेम सिंह, अजमेर दक्षिण से रमेश कुमार, गंगापुर से घनश्याम बैरवा, अजमेर उत्तर से रवि बालोडिया, सोजत से ओमप्रकाश, बाडमेर से भगवान सिंह, खेरवाड़ा से गौतम लाल, उदयपुर ग्रामीण से हीरालाल, बेंगू से रमेश गुर्जर, निम्बाहेडा से साकिर खान, भीम से मनोहर सिंह, राजसमंद से घनश्याम, भीलवाड़ा से अशोक मुंदड़ा एवं डग से अनिल कुमार को टिकट दिया गया है।

राजस्थान में 116 सीटों पर 294 प्रत्याशियों ने भरा पर्चा, गहलोत और वसुंधरा के चुनावी दौरे हुए तेज Read More »

राजस्थान के वोटर्स के लिए बेरोजगारी और महंगाई सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा

राजस्थान विधानसभा (Rajasthan Assembly Elections 2023) की सभी 200 सीटों पर 25 नवंबर को चुनाव होने हैं. नतीजे का ऐलान 3 दिसंबर को किया जाएगा. वोटिंग से पहले राजस्‍थान के मतदाताओं का मूड भांपने के लिए  NDTV ने सीएसडीएस(CSDS)-लोकनीति(LOKNITI) के साथ मिलकर एक ओपिनियन पोल किया है. इस ओपिनियन पोल में देश के सबसे बड़े राज्‍य का चुनावी माहौल परखने की कोशिश की गई है और सर्वेक्षण के रुझान हैरान करने वाले हैं. सर्वे में शामिल लोगों के एक बड़े हिस्से ने बेरोजगारी (Unemployment) और महंगाई (Price Rise) को सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा माना है.  राजस्थान के 200 विधानसभा क्षेत्रों में 30 में 24 से 30 अक्टूबर के बीच ये सर्वे किया गया. इसका सैम्पल साइज़ 3,032 था. कुल मिलाकर सर्वे के नतीजे बताते हैं कि कांग्रेस और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को राज्य पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए अभी भी कुछ काम करना है (हालांकि, उनके हाथ में ज्यादा वक्त नहीं है), क्योंकि राजस्थान में हर पांच साल में सत्ता बदलने की परंपरा रही है. पांच साल में कम हो गईं नौकरियां मतदाताओं का मानना ​​है कि पांच साल में महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी बढ़ी है. 72 और 54 प्रतिशत लोग सोचते हैं कि महंगाई और भ्रष्टाचार बढ़ गया है. 40 प्रतिशत लोगों का मानना है कि पांच साल में नौकरियां कम हो गई हैं.  गहलोत सरकार में हुआ औद्योगिक क्षेत्र का सुधार?कांग्रेस के लिए अच्छी खबर यह है कि 30 प्रतिशत मतदाताओं का मानना ​​है कि अशोक गहलोत की सरकार के तहत राजस्थान के औद्योगिक क्षेत्र में सुधार हुआ है. इसका दूसरा पहलू यह है कि 31 प्रतिशत लोगों का मानना ​​है कि औद्योगिक क्षेत्र के विकास में कमी आई है. सीएम के तौर पर 27 प्रतिशत लोगों की पसंद हैं गहलोतनया मुख्यमंत्री कौन हो, इस सवाल पर कांग्रेस को बढ़त हासिल है. सर्वे में शामिल 27 प्रतिशत लोगों का कहना है कि अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनना चाहिए. सिर्फ 14 प्रतिशत लोग चाहते हैं कि बीजेपी की वसुंधरा राजे सत्ता में वापसी करें. 39 प्रतिशत लोग मानते हैं कि गहलोत को ही कांग्रेस में सीएम चेहरा होना चाहिए. 20 फीसदी लोग सचिन पायलट को सीएम फेस देखना चाहते हैं.

राजस्थान के वोटर्स के लिए बेरोजगारी और महंगाई सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा Read More »

Translate »
Scroll to Top