

वर्तमान समय में सहकारिता की आवश्यकता को समझते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2021 में आज ही के दिन स्वतंत्र सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की थी। अगले पांच वर्षों में सहकारिता की मजबूत नींव रखी जाएगी, ताकि अगले 125 वर्षों तक हर गांव और घर में सहकारिता का प्रभाव हो। सहकारिता मंत्रालय ने पैक्स को बहुउद्देशीय बनाया, ताकि उनकी व्यवहार्यता में सुधार हो सके। आज 65,000 पैक्स में से 48,000 पैक्स में नई गतिविधियां जोड़कर उन्हें मजबूत बनाया गया है। ‘सहकारी समितियों के बीच सहयोग’, अर्थात सभी सहकारी समितियों का एक संयुक्त लक्ष्य, सहकारी समितियों को सफल बनाना, को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। 2029 में जब अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस मनाया जाएगा, तब देश की सभी पंचायतों के पास अपनी पैक्स होंगी। दुनिया की सबसे आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके कठोर परीक्षण के बाद ‘भारत’ ब्रांड की मुहर लगाई गई है। मोदी सरकार ने नैनो-यूरिया और नैनो-डीएपी को सस्ता किया है। आज डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती है, अगर आज बंगाल और कश्मीर भारत का हिस्सा हैं, तो इसका एकमात्र कारण डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी
डॉ. मुखर्जी ने आंदोलन चलाया कि एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो झंडे नहीं चलेंगे
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में कश्मीर में दो विधान, दो प्रधान और दो झंडे का द्वंद्व खत्म हो गया और वहां तिरंगा शान से लहरा रहा है
वर्तमान समय में सहकारिता की आवश्यकता को समझते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2021 में आज ही के दिन स्वतंत्र सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की थी। अगले पांच वर्षों में सहकारिता की मजबूत नींव रखी जाएगी, ताकि अगले 125 वर्षों तक हर गांव और घर में सहकारिता का प्रभाव हो। सहकारिता मंत्रालय ने पैक्स को बहुउद्देशीय बनाया, ताकि उनकी व्यवहार्यता में सुधार हो सके। आज 65,000 पैक्स में से 48,000 पैक्स में नई गतिविधियां जोड़कर उन्हें मजबूत बनाया गया है। ‘सहकारी समितियों के बीच सहयोग’, अर्थात सभी सहकारी समितियों का एक संयुक्त लक्ष्य, सहकारी समितियों को सफल बनाना, को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। 2029 में जब अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस मनाया जाएगा, तब देश की सभी पंचायतों के पास अपनी पैक्स होंगी। दुनिया की सबसे आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके कठोर परीक्षण के बाद ‘भारत’ ब्रांड की मुहर लगाई गई है। मोदी सरकार ने नैनो-यूरिया और नैनो-डीएपी को सस्ता किया है। आज डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती है, अगर आज बंगाल और कश्मीर भारत का हिस्सा हैं, तो इसका एकमात्र कारण डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी
डॉ. मुखर्जी ने आंदोलन चलाया कि एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो झंडे नहीं चलेंगे
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में कश्मीर में दो विधान, दो प्रधान और दो झंडे का द्वंद्व खत्म हो गया और वहां तिरंगा शान से लहरा रहा है