पावसती- कालीससध- चम्बल पूवी राजस्थान नहर
सलक पररयोजना (PKC-ERCP)
• हाल ही राजस्थान और मध्य प्रदेश की सरकार ने
केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के साथ एक समझौते पर
हस्ताक्षर ककए हैं। यह समझौता “संशोक्तधत
पीके सी-ईआरसीपी” (PKC-ERCP) प्रोजेक्ट का
है।
• इस प्रोजेक्ट को कें द्र की नदी जोडो पररयोजना में
शाक्तमल ककया गया है।
• इसके क्तलए 90% राक्तश कें द्र देगा।
• हाल ही सुप्रीम कोटस ने भी इस समझौते पर मुहर
लगा दी है।
• इस पररयोजना से मध्य प्रदेश और राजस्थान
केकु ल 5.60 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में ससचाईहो
सके गी।
• इस पररयोजना के तहत पूवी राजस्थान के 13
क्तजलेऔर मध्य प्रदेश के मालवा और चंबल क्षेत्र के
13 क्तजलों में पेयजल और औद्योक्तगक उपयोग के
क्तलए पानी उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है।
राजस्थान को लाभ:-
• 2.80 लाख हैक्टेयर में ससचाई का पानी क्तमल
सके गा।
• 25 लाख ककसान पररवारों को ससचाई का पानी
और राज्य की 40% आबादी को पेयजल क्तमल
सके गा।
• 32 बांध भरे जा सकें गे।
• 26 बांधों का पुनरूद्धार होगा।
ERCP में शाक्तमल रामगढ़ बैराज, महलपुर बैराज,
नवनैरा बैराज, मेज बैराज, राठौड बैराज, डूंगरी
बांध, ईसरदा बांध का क्षमता वधसन एवं पूवसक्तनर्ममत
26 बांधों का पुनरूद्धार ककया जाएगा।
पूवी राजस्थान नहर पररयोजना (ERCP)
• यह एक महत्त्वाकांक्षी पेयजल और ससचाई जल
पररयोजना है, क्तजसकी घोषणा राज्य सरकार द्वारा
राज्य बजट 2017-18 में की गई।
• उद्देश्य:- पूवी राजस्थान के13 क्तिलों में पेयजल
तथा ससचाई के क्तलए जल उपलब्ध कराना।
दक्तक्षणी राजस्थान मेंचंबल, कु न्नू, पावसती,
कालीससध सक्तहत इसकी सहायक नकदयोंमें बरसात
के मौसम में उपलब्ध अक्ततररि जल का संचयन
करना और इस जल का उपयोग राज्य के दक्तक्षण-
पूवी क्तिलों में करना है, जहााँ पीने तथा ससचाई के
क्तलये जल की कमी है।
• पूवी राजस्थान नहर पररयोजना का उद्देश्य वषस
2051 तक दक्तक्षण एवं दक्तक्षण-पूवी राजस्थान
मेंमानव तथा पशुधन हेतु पीने के जल
तथा औद्योक्तगक गक्ततक्तवक्तधयोंहेतु जल की
आवश्यकताओं को पूरा ककया जाना है।
हाल ही रीको के 6 औद्योक्तगक क्षेत्रों का नाम श्रीराम
जानकी औद्योक्तगक क्षेत्रककया गया है।
1. कुं ज क्तबहारीपुरा (दूदू)
2. सत्तासर (बीकानेर)
3. बलररया (सवाई माधोपुर)
4. जटलाव-गोठडा (सवाई माधोपुर)
5. रामसर (बाडमेर)
6. राजास (डीडवाना-कु चामन)
• गौरतलब है कक हाल ही मुख्यमंत्री भजनलाल
शमास ने रीको के 6 औद्योक्तगक क्षेत्रों का नाम श्रीराम
जानकी औद्योक्तगक क्षेत्र करने की घोषणा की थी।
हाल ही मुख्यमंत्री भजनलाल शमास नेपीएम
ककसान सम्मान क्तनक्तध योजनाके तहत ककसानों के
क्तलए देय क्तवत्तीय सहायता को प्रक्तत पररवार 6
हजार से बढ़ाकर 8 हजार रुपये वार्मषककरने की
घोषणा की।
हाल ही कृ क्तष मंत्री ककरोडी लाल मीणा ने
राजस्थान कृ क्तष अनुसंधान संस्थान, दुगासपुरा
मेंराष्ट्रीय बागवानी क्तशखर सम्मेलनका उद्घाटन
ककया।