कहते हैं न बड़े लक्ष्य…बड़े मन से साधे जाते हैं इसके जीते जागते उदाहरण हैं राजस्थान के 78 वर्षीय मनरेगा कार्यकर्ता तेतर सिंह। तेतर सिंह राजस्थान में 1970 के दशक के बाद से हर चुनाव लड़ें हैं और हर बार उनकी जमानत जब्त हो गई। सियासत का स्वाद न चख पाने के कारण भी 78 वर्षीय मनरेगा कार्यकर्ता तेतर सिंह कभी निराश नहीं हुए। इसी कभी न हार मानने वाली संकल्प को लेकर वह 25 नवंबर के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर अपनी किस्मत आजमाने के लिए तैयार हैं।