चर्चा मेंक्यों?
z 26 सितंबर, 2023 को राज्यपाल कलराज मिश्र ने बांसवाड़ा ज़िले में स्थित गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय के नवनिर्मित प्रवेश द्वार,
संविधान उद्यान और संविधान स्तंभ का लोकार्पण किया।
प्रमुख बिंदु
z राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के अकादमिक भवन के शिलान्यास के साथ गोविंद गुरु की प्रतिमा का भी अनावरण किया।
z इस अवसर पर उन्होंने बताया कि गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय जनजातीय परंपराओं और संस्कृति से जुड़े उनके प्रकृति सरोकारों पर
मौलिक शोध के लिये कार्य करेगा।
z विदित है कि गोविंद गुरु व्यक्ति नहीं संस्था थे। वह युग प्रवर्तक ऐसे महापुरुष थे, जिन्होंने अपने समय में सामाजिक जागरूकता की क्रांति
का शंखनाद किया। गोविंद गुरु ने ‘भगत पंथ’की स्थापना के साथ धार्मिक जागृति और स्वाधीनता संग्राम में भी योगदान दिया था।
z संविधान उद्यान के निर्माण से देश की युवा पीढ़ी संविधान संस्कृति से जुड़ेगी और यह संविधान उद्यान नई पीढ़ी को संविधान प्रदत्त अधिकारों
के साथ कर्त्तव्यों की याद दिलाता रहेगा।