चर्चा मेंक्यों?
z 28 सितंबर, 2023 को राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने जयपुर स्थित खोले के हनुमान जी मंदिर में रोप-वे का लोकार्पण किया।
प्रमुख बिंदु
z यह रोप-वे खोले के हनुमान जी मंदिर स्थित अन्नपूर्णा माता मंदिर से वैष्णो देवी माता मंदिर तक के लिये बना है। इसके बनने से यहाँ धार्मिक
पर्यटन को गति मिलेगी।
z विदित है कि खोले के हनुमान जी का यह स्थल तपोभूमि है। संत निर्मल दास जी महाराज ने इस स्थल पर तपस्या की थी और पंडित राधेश्याम
चौबे द्वारा यहाँ मंदिर निर्माण कार्यकिये गए थे।
z 1961 में पंडित राधेलाल चौबे ने मंदिर के विकास के लिये नरवर आश्रम सेवा समिति की स्थापना की।
z मंदिर के इतिहास के बारे में :
60 के दशक में शहर की पूर्वी पहाड़ियों की खोह में बहते बरसाती नाले और पहाड़ों के बीच निर्जन स्थान में जंगली जानवरों के डर से
शहरवासी यहाँ का रुख भी नहीं कर पाते थे, तब एक साहसी ब्राह्मण ने इस निर्जन स्थान का रुख किया और यहाँ पहाड़ पर लेटे हुए
हनुमानजी की विशाल मूर्ति खोज निकाली।
इस निर्जन जंगल में भगवान को देख ब्राह्मण ने यहीं पर मारुती नंदन श्री हनुमान जी की सेवा-पूजा करनी शुरू कर दी और प्राणांत होने
तक उन्होंने वह जगह नहीं छोड़ी।
जब यह स्थान निर्जन था, तब पहाड़ों की खोह से यहाँ बरसात का पानी खोले के रूप में बहता था, इसीलिये मंदिर का नाम खोले के
हनुमानजी पड़ा।