राजस्थान अपनी विशिष्ट हेरिटेज ट्रेन सेवा, वैली क्वीन हेरिटेज ट्रेन शुरू करने की तैयारी कर रहा है, जो 5 अक्टूबर से मारवाड़ जंक्शन से खामलीघाट तक अपनी यात्रा शुरू करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोधपुर से इस अनूठी रेल सेवा का वर्चुअली उद्घाटन किया।
अनोखी हेरिटेज ट्रेन
- वैली क्वीन हेरिटेज ट्रेन राजस्थान की एकमात्र हेरिटेज ट्रेन सेवा है।
- यह 150 साल पुराने भाप इंजन के डिजाइन की नकल करता है, जो यात्रियों को पुरानी यादों का अनुभव प्रदान करता है।
अनुसूची और टिकट मूल्य निर्धारण
- यह ट्रेन सप्ताह में चार दिन संचालित होगी।
- हेरिटेज ट्रेन के टिकटों की कीमत प्रति व्यक्ति 2,000 रुपये है।
- यह मारवाड़ जंक्शन से सुबह 8.30 बजे प्रस्थान करती है, फुलाद और गोरम घाट रेलवे स्टेशनों से होते हुए सुबह 11 बजे खामलीघाट पहुंचती है।
- ट्रेन प्रत्येक स्टेशन पर 10 से 15 मिनट तक रुकती है।
- कामली घाट पर साढ़े तीन घंटे रुकने के बाद, यह दोपहर 3 बजे प्रस्थान करती है और उसी दिन शाम 5.40 बजे मारवाड़ जंक्शन लौटती है।
सुरम्य मार्ग
- वैली क्वीन हेरिटेज ट्रेन एक सुरम्य यात्रा प्रदान करती है, जो हरी-भरी घाटियों, पहाड़ियों से होकर गुजरती है और दुर्लभ वनस्पतियों और जीवों का प्रदर्शन करती है।
- इस मार्ग में दो सुरंगें हैं जो लगभग एक सदी पुरानी हैं, साथ ही पानी की धाराओं पर बने 172 छोटे और बड़े पुल भी हैं।
ऐतिहासिक महत्व
- मारवाड़ जंक्शन-मावली जंक्शन रेलवे लाइन, जहां वैली क्वीन हेरिटेज ट्रेन संचालित होती है, का ऐतिहासिक महत्व है।
- इसकी स्थापना आज़ादी से पहले दो अलग-अलग शाही परिवारों के योगदान से की गई थी।
- मावली जंक्शन से फुलाद तक रेलवे लाइन का निर्माण मेवाड़ (उदयपुर) के महाराजा द्वारा किया गया था, जबकि मारवाड़ जंक्शन से फुलाद तक रेलवे लाइन का निर्माण मारवाड़ (जोधपुर) के महाराजा द्वारा किया गया था।
- आजादी से पहले इस ट्रैक पर राजघरानों की अलग-अलग ट्रेनें चलती थीं, जिनमें यात्री फुलाद में ट्रेन बदलते थे।