संसदीय चुनाव को लेकर जम्मू कश्मीर में जन संवाद अभियान चला रही जम्मू-कश्मीर भाजपा की सरगर्मियां राजस्थान में विधानसभा चुनाव समाप्त होते ही जोर पकड़ लेंगी। राजस्थान में प्रचार अभियान के 23 नवंबर को समाप्त होने के साथ ही जम्मू कश्मीर के भाजपा लौट आएंगे और वह मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाएंगे। वहीं संंसदीय चुनाव के लिए भी रणनीतियां तैयार करेंगे।
संसदीय चुनाव को लेकर जम्मू कश्मीर में जन संवाद अभियान चला रही जम्मू-कश्मीर भाजपा की सरगर्मियां राजस्थान में विधानसभा चुनाव समाप्त होते ही जोर पकड़ लेंगी। इस समय जम्मू कश्मीर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की 25 सदस्यीय टीम राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में प्रचार कर रही हैं।
जम्मू-कश्मीर में तेज होगा भाजपा का प्रचार
राजस्थान में प्रचार अभियान के 23 नवंबर को समाप्त होने के साथ ही जम्मू कश्मीर के भाजपा लौट आएंगे। इन नेताओं की वापसी के साथ जम्मू संभाग के साथ कश्मीर संभाग में मोदी सरकार की उपलब्धियों को लोगों के बीच ले जाने का अभियान तेज हो जाएगा।Demo Video
संसदीय चुनाव को तेजी देने के लिए बनाई जाएंगी रणनीतियां
इस समय अधिकतर वरिष्ठ नेताओं के प्रदेश से बाहर होने के कारण जनसंवाद के कार्यक्रमों की रफ्तार धीमी है। प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र रैना, संगठन महामंत्री अशोक कौल व अन्य कुछ नेता जम्मू संवाद में बूथ स्तर पर कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं।
पार्टी ने अभी कश्मीर संभाग में जन संवाद अभियान को तेजी नही दी है। ऐसे में पार्टी नेताओं के राजस्थान से लौटने के बाद भाजपा जम्मू में उच्च स्तरीय बैठक कर संसदीय चुनाव को तेजी देने के लिए आगे की रणनीति तय करेगी। इसके बाद पार्टी नेताओं को विभिन्न जिलों में गतिविधियों को तेजी देने की जिम्मेदारियां भी मिलेंगी।
जन-जन तक पहुंचाई जा रहीं मोदी सरकार की उपलब्धियां
प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र रैना ने बताया कि भाजपा ने वार्ड स्तर पर लोगों तक मोदी सरकार की उपलब्धियां ले जाने की मुहिम छेड़ रखी है। पार्टी नेता लोगों के बीच जा रहे हैं। ऐसे हालात में राजस्थान में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे जम्मू कश्मीर भाजपा के नेताओं के लौटने के साथ इस अभियान को और तेजी मिलना तय है। भाजपा के नेता व कार्यकर्ता लोगों के साथ बेहतर समन्वय बनाकर जम्मू कश्मीर में पार्टी को मजबूत बना रहे हैं।