चर्चा मेंक्यों?
11 सितंबर, 2023 को राजस्थान के शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने जयपुर के बिड़ला सभागार में आयोजित 27वें राज्य स्तरीय भामाशाह
सम्मान समारोह में 142 भामाशाहों को सम्मानित किया|
नोट :
प्रमुख बिंदु
z इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग भामाशाहों द्वारा प्राप्त दान का उपयोग स्कूलों के गुणात्मक सुधार और विस्तार के
लिये कर रहा है। साथ ही कई योजनाएँ जैसे निःशुल्क शिक्षा, मिड डे मील, बाल गोपाल योजना, स्कूल ड्रेस योजना का संचालन भी सुचारु
रूप से किया जा रहा है।
z उन्होंने निर्देश दिया कि हर विद्यालय की मैनेजमेंट एंड डेवलपमेंट कमेटी में भामाशाहों के प्रतिनिधि का होना अनिवार्य हो।
z शिक्षा विभाग की प्रमुख योजनाओं के कारण राज्य स्कूली शिक्षा गुणवत्ता सूचकांक में अग्रणी है व गत वर्ष शिक्षा विभाग ने 6 विश्व रिकॉर्ड
अपने नाम किये हैं। साथ ही, इंस्पायर अवार्ड में राज्य के विद्यार्थी लगातार तीन वर्ष से पूरेदेश में प्रथम आ रहे हैं।
z विदित है कि हर वर्ष शिक्षा विभाग की ओर से लगभग 400 करोड़ रुपए का व्यय शिक्षण संस्थानों की आधारभूत संरचना के लिये किया
जाता है, जिसमें भामाशाहों का योगदान महत्त्वपूर्ण है।
z समारोह में शिक्षा मंत्री द्वारा राज्य स्तर पर 142 भामाशाहों को सम्मानित किया गया, जिनमें से 34 भामाशाहों को शिक्षा विभूषण तथा 108
भामाशाहों को शिक्षा भूषण सम्मान प्रदान किया गया। साथ ही 30 लाख रुपए या अधिक सहयोग राशि के लिये दानवीरों को प्रेरित करने
वाले ‘प्रेरकों’ को भी सम्मानित किया गया।
नोट :
z इस अवसर पर शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने बताया कि विभाग का नवाचार ‘मिशन स्टार्ट’ एक महत्त्वपूर्ण कदम है, जिसमें
ई-कक्षा द्वारा विद्यार्थियों को हर विषय का ई-कंटेंट उपलब्ध कराया जा रहा हैं। इस नवाचार के लिये उन्होंने भामाशाहों के योगदान का आह्वान
किया।
z कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री द्वारा प्रशस्ति पुस्तिका और ज्ञान संकल्प पोर्टल स्मारिका 2023 का विमोचन किया गया।
z उल्लेखनीय है कि प्रशस्ति पुस्तिका में भामाशाहों द्वारा किये गए योगदान और कार्यों का वर्णन किया गया है।