एसओजी ने सोमवार सुबह 15 ट्रेनी एसआई के ऐसे ही पास होने कीट्रेनी एसआई की हिरासत में नकारी दी है। इसी कड़ी में जेईएन एसओजी ने एफआईआर दर्ज की तो टॉपर सहित तीन ट्रेनिंग सेंटर से फरार हो गए… और खुल गया राजराजस्थान पुलिस अकादमी (आरपीए)कीसे 12, बाड़मेर व सांचोर और किशनगढ़ से एक-एक एसआई को पकड़ा है। इनमें 6 महिला व 9 पुरुष हैं। आरोप है कि इन्होंने एसआई ff-2021 डालूराम परीक्षा अपनी जगह डमी अभ्यर्थियों को बैठाकर पास की है। इन सभी से एसओजी देर रात तक पूछताछ कर रही थी। इनमें एक परीक्षा का टॉपर भी शामिल है। दरअसल, 2 फरवरी को एसओजी ने आरपीए से डमी कैंडिडेट (हरचंद) बिठाकर पास हुए डालूराम को गिरफ्तार किया था। इन्हीं ने पूछताछ में करीब 25भर्ती पेपरलीक में गिरफ्तार शिक्षक राजेंद्र कुमार यादव और जगदीश विश्नोई ने भी एसआई भर्ती में डमी परीक्षार्थी बैठाने का खुलासा किया।जगदीश और राजेंद्र ने एसआई भर्ती- 2021 में भी जोधपुर, बाड़मेर, पाली, जालोर, सांचोर, सिरोही इलाके में उनके परिचितों की स्कूलों में नकल करवाई व डमी परीक्षार्थी बैठाए थे। इसके बाद एसओजी ने आरपीए निदेशक से संदिग्ध चयनित एसआई से पूछताछ की अनुमति ली और 12 को हिरासत में लिया। सभी एसआई से अलग-अलग पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि पेपरलीक कर या डमी कैंडिडेट बैठाकर एसआई की परीक्षा में कई अभ्यर्थी पास हुए थे। – पढ़ें पेज 7 भीएसओजी ने एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में पेपरलीक करने व असली परीक्षार्थी के स्थान पर डमी परीक्षार्थी बैठाने की रविवार को एफआईआर दर्ज की तो राजस्थान पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग ले रहे तीन एसआई फरार हो गए। इन्हें एसओजी ने बाड़मेर, सांचोर व किशनगढ़ से पकड़ा। इनसे पूछताछ में साफ हो गया कि एसआई परीक्षा में धांधली हुई है। एसओजी में एडीजी वीके सिंह ने बताया कि एफआईआर के बाद हमने पुलिस अकादमी से गैर हाजिर एसआई की सूची ली तो पता चला कुछ लोग गायब हैं। हमने टॉपर नरेश कुमार उर्फ नरेश खिलेरी को बाड़मेर से और महिला ट्रेनी चंचल विश्नोई को किशनगढ़ के पुलिस ट्रेनिंग स्कूल से और एक अन्य को सांचोर से पकड़ा। चंचल मूल रूप से जोधपुर की रहने वाली है, उसकी ट्रेनिंग 29 फरवरी से ही शुरू हुई थी। तीनों को पकड़ने के बाद एडिशनल एसपी राम सिंह के नेतृत्व में एक टीम पुलिस अकादमी गई और अन्य ट्रेनी एसआई को हिरासत में लिया है। पूछताछ पूरी होने के बाद ही गिरफ्तारी की जाएगी।नकली टॉपर, असली स्वागतएसआई भर्ती में टॉप करने पर नरेश अपने गांव में फूलों से लाद दिया गया था। इससे पहले वह जालोर के चितलवाना स्थित तेलिया में राजकीय प्रवेशिका संस्कृत विद्यालय में क्लर्क था। इसी में परीक्षा देकर नरेश ने टॉप किया।स्कूल का प्रधानाचार्य सुरेश विश्नोई भी पेपरलीक में फरार है।सांचोर जालोर से 160 पास हुए, इनमें 100 एक ही जाति के: एसआई भर्ती में सांचोर जालोर इलाके से 160 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। इनमें भी 100 अभ्यर्थी एक ही जाति / समाज विशेष के हैं। इस पर सवाल उठे थे लेकिन मामले को दबा दिया गया।आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा जगदीश गैंग के संपर्क में था: पूछताछ में पता चला है कि सैकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में पेपरलीक मामले में आरोपी आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा भी जगदीश गैंग के संपर्क में था। कटारा ने एसआई भर्ती में पास हुए परिक्षार्थियों के इंटरव्यू भी लिए थे। एसओजी इस एंगल को जांच रही है।# सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि नए राजस्थान में पेपरलीक पर लगाम कसी जा रही है। यही कारण है कि पेपरलीक रोकथाम के लिए गठित एसआईटी को बड़ी सफलता मिली है।