

गिरती साख बचाने की कवायद….संदिग्धों के नाम वेबसाइट प्रदेश में प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक होने सेने पर डालेंगे, निगरानी के लिए जिला प्रशासन की लेंगे म
गड़बड़ियों को रोकने के लिए राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) और राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (आरएसएमएसएसबी) ने तैयारी शुरू कर दी है।
फौरी तौर पर प्रदेश के सभी संदिग्ध अभ्यर्थियों की सूची तैयारी की गई है, जिन पर आरपीएससी और आरएसएमएसएसबी द्वारा आयोजित परीक्षाओं में गड़बड़ी करने का शक है। इन संदिग्धों की सूची सभी जिला पुलिस अधीक्षक और जिला कलेक्टर को भेज दी गई है, ताकि इन पर निगरानी की जा सके। चयन बोर्ड के अनुसार प्रदेश में 557 संदिग्ध अभ्यर्थियों की सूची तैयारी की गई है। इनमें उदयपुर के 60 अभ्यर्थी हैं। इन सभी संदिग्धों की जानकारी बोर्ड की वेबसाइट पर डाली जाएगी।
बोर्ड के एक अधिकारी ने इस नई कवायद के पीछे तर्क दिया है कि पिछले कुछ वर्षों में आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं की साख गिरी है। पिछले दिनों जिस तरह एसओजी पुलिस इंस्पेक्टर की भर्ती में गड़बड़ियां पकड़ी हैं उससे तो और स्थिति खराब हुई है। यही वजह है कि हमने संदिग्ध अभ्यर्थियों की सूची सार्वजनिक करने का निर्णय लिया है। अधिकारी ने संदिग्धों के नाम बताने से इनकार कर दिया। लेकिन इतना जरूर कहा, जल्द ही सभी के नाम वेबसाइट पर होंगे। बता दें कि पिछले कुछ सालों में जितनी
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड, जयपुर Rajasthan Staff Selection Board, Jaipur
पिछली भर्तियों के आधार पर संदिग्धों को ढूंढा सूत्रों के अनुसार पिछली जितनी भी भर्तियां हुई हैं, उन भर्तियों के आधार पर से सूचियां विशेषज्ञों की टीम ने तैयार की हैं। इसमें विशेष कर उन अभ्यर्थियों पर फोकस किया गया है जो लगातार आयोग और बोर्ड की भर्ती परीक्षाओं में भाग ले रहे हैं। इसके साथ ही उनको लेकर कभी कोई शिकायत आई हो। इसके साथ ही कुछ अन्य कारण भी हैं, जिस आधार पर संदिग्ध मानकर सूची में नाम दर्ज किए हैं। ★ बोर्ड और आरपीएससी की
पिछली भर्ती परीक्षाओं में
लगातार भाग लेने वाले अभ्यर्थी । वे अभ्यर्थी, जिनका चयन होने के बाद भी भर्ती परीक्षाओं का हिस्सा हैं और परीक्षा दे रहे। • ऐसे अभ्यर्थी, जिन पर
आपराधिक प्रकरण दर्ज है या
इसकी कोई शिकायत है। • वह अभ्यर्थी जिनको लेकर कई लोग गोपनीय शिकायते आयोग और बोर्ड को कर रखी हैं। • ऐसे अभ्यर्थी जिन्होंने पिछली परीक्षाओं के दौरान परीक्षा केंद्रों पर किसी न किसी बात को लेकर हंगामा किया है।
अब तक 3 बड़ी परीक्षा, जिसमें फर्जीवाड़ा हुआ
पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान 2021 में 859 पदों के लिए एसआई भर्ती परीक्षा हुई थी। इसमें बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया लेकिन नई सरकार ने एसओजी गठित कर मामले की जांच शुरू कराई तो बड़ा फर्जीवाड़ा निकला।
अब तक 50 से अधिक ट्रेनिंग कर रहे एसआई को गिरफ्तार किया जा चुका है। सूत्रों
के
अनुसार पुलिस विभाग में 100 से अधिक लोग एसओजी की रडार पर हैं। इसी तरह से वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक भर्ती 2022 में भी फर्जीवाड़ा हुआ था और कई पीटीआई की पोस्ट पर चयनित हो गए।
हालांकि इसकी जांच दस्तावेजों के माध्यम से हो चुकी है और कई लोगों को बाहर कर दिया है। ऐसे में ही रीट भर्ती में भी फर्जीवाड़ा सामने आ चुका है।
भी भर्तियां हुई हैं, उनमें से अधिकांश के पेपर अभी और सूचियां तैयार होंगी, पुलिस को भी देंगे जानकारी : सचिव
लीक हुए। डमी अभ्यर्थियों ने परीक्षाएं दीं। सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा पुलिस इंस्पेक्टर की भर्ती में सामने आया। हाल ही में एसओजी
गठित होने के बाद लगातार कार्रवाई जारी है। अब तक 30 से अधिक फर्जी इंस्पेक्टर ट्रेनिंग के दौरान ही गिरफ्तार कर लिए गए हैं।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के सचिव डॉ. भागचंद बधाल का कहना है कि यह एक गंभीर विषय है और हमने कुछ संदिग्धों की सूची तैयार कर ली है और कर भी रहे हैं। इनके नाम जल्द ही वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे। साथ ही पुलिस और अन्य जिम्मेदार विभाग को भी जानकारी दी जाएगी, ताकि पेपर लीक, नकल, फर्जीवाड़े आदि मामलों को रोकने के लिए मददगार साबित हो सकें।