

नेपाल सेना एवरेस्ट क्षेत्र में पर्वतीय सफाई अभियान 2024 के हिस्से के रूप में माउंट एवरेस्ट पर पड़े लगभग 10 टन कचरे और पांच शवों को इकट्ठा करेगी। सफाई अभियान का उद्देश्य हिमालय में मानव निर्मित प्रदूषण को नियंत्रित करना और जलवायु परिवर्तन से संबंधित समस्याओं का समाधान करना है।
अभियान दल
मेजर आदित्य कार्की के नेतृत्व में 12 सदस्यीय टीम 14 अप्रैल को एवरेस्ट बेस कैंप पर रवाना होगी। 18 सदस्यीय शेरपा टीम सफाई अभियान में सेना की सहायता करेगी। इस अभियान को काठमांडू में नेपाल सेना प्रमुख जनरल प्रभुराम शर्मा हरी झंडी दिखाएंगे।
कचरे का प्रबंधन
टीम माउंट एवरेस्ट, माउंट ल्होत्से और माउंट नुप्त्से से कचरा लाएगी। बायोडिग्रेडेबल कचरे को बेस कैंप के नीचे नामचे बाजार में लाया जाएगा और उचित उपचार के लिए सागरमाथा प्रदूषण नियंत्रण समिति (एसपीसीसी) को सौंप दिया जाएगा। गैर-बायोडिग्रेडेबल कचरा और शव काठमांडू लाए जाएंगे।
सहयोग
एवरेस्ट क्षेत्र के सफाई अभियान के लिए नेपाल सेना वन और पर्यावरण मंत्रालय, पर्यटन विभाग और नेपाल पर्वतारोही संघ के साथ सहयोग करेगी।
पिछला अभियान
नेपाल सेना 2019 से एवरेस्ट क्षेत्र में सफाई अभियान चला रही है। नेपाल सेना के नेतृत्व में यह चौथा ऐसा अभियान होगा।
अतिरिक्त तथ्य
माउंट एवरेस्ट, दुनिया का सबसे ऊंचा पर्वत, समुद्र तल से 8,848 मीटर (29,029 फीट) ऊपर है। एवरेस्ट क्षेत्र हर साल हजारों पर्वतारोहियों और ट्रेकर्स को आकर्षित करता है, जिससे कचरे का संचय होता है और पर्यावरण संबंधी चिंताएं पैदा होती हैं। सागरमाथा प्रदूषण नियंत्रण समिति (एसपीसीसी) एक स्थानीय गैर सरकारी संगठन है जो एवरेस्ट क्षेत्र में कचरे के प्रबंधन और टिकाऊ पर्यटन प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार है।