जयपुर में एक कार्यक्रम में पत्रकारों को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा, “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रधानमंत्री का पद गरिमा रखता है… इसकी जितनी आलोचना की जाए, उतनी कम है। अगर कोई व्यक्ति गरिमापूर्ण पद पर है, लेकिन ऐसी बातें कहता है, आप उससे क्या उम्मीद कर सकते हैं?”

कथित “लाल डायरी” का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा, “मुझे लगता है कि यह साजिश भारत सरकार के गृह मंत्रालय में रची गई थी। इसे वहां ‘लाल डायरी’ नाम दिया गया था…हमारे मंत्री के साथ मिलकर जिसका दुरुपयोग किया गया। भाजपा नेताओं ने उनसे बात कर के साजिश रची।”