

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, वाराणसी के विकास के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, जिसमें नए टर्मिनल भवन का निर्माण, एप्रन विस्तार, रनवे विस्तार, समानांतर टैक्सी ट्रैक और संबद्ध कार्य शामिल हैं।
हवाई अड्डे की यात्री हैंडलिंग क्षमता को मौजूदा 3.9 एमपीपीए से बढ़ाकर 9.9 मिलियन यात्री प्रति वर्ष (एमपीपीए) करने के लिए अनुमानित वित्तीय व्यय 2869.65 करोड़ रुपये होगा। नया टर्मिनल भवन, जो 75,000 वर्गमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है, 6 एमपीपीए की क्षमता और 5000 पीक ऑवर यात्रियों (पीएचपी) को संभालने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसे शहर की विशाल सांस्कृतिक विरासत की झलक पेश करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
प्रस्ताव में रनवे को 4075 मीटर x 45 मीटर के आयामों तक विस्तारित करना और 20 विमानों को पार्क करने के लिए एक नया एप्रन बनाना शामिल है। वाराणसी हवाई अड्डे को हरित हवाई अड्डे के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसका प्राथमिक उद्देश्य ऊर्जा अनुकूलन, अपशिष्ट पुनर्चक्रण, कार्बन उत्सर्जन में कमी, सौर ऊर्जा का उपयोग, तथा प्राकृतिक दिन के प्रकाश को शामिल करके पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित करना है। इसके साथ ही योजना, विकास और परिचालन के चरणों में अन्य स्थायी उपाय भी किए जाएंगे।