

केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल के साथ रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग की समग्र समीक्षा की। माननीय मंत्री ने प्रधानमंत्री के विकसित भारत 2047 के विजन पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर बल दिया और विभाग के 100 दिन के एजेंडे को प्राप्त करने पर विशेष जोर दिया।
The Minister also emphasised the need to focus on facilitation of the industry, promotion of exports and enhancing skill-training.
रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग के सचिव ने आगामी 5 वर्षों में रसायन क्षेत्र के मौजूदा व्यापार परिदृश्य और अनुमानों के बारे में जानकारी दी। सचिव ने विभाग की चल रही योजनाओं, विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण में सार्वजनिक उपक्रमों और स्वायत्त निकायों की स्थिति और कामकाज के बारे में भी जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को विभाग द्वारा अंतिम रूप दिए गए 100 दिनों के कार्यक्रम पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। अनावश्यक आयात को कम करने के प्रयास किए जाने चाहिए और देश के निर्यात को बढ़ाने के लिए पहल की जानी चाहिए। विभाग को रसायन और पेट्रोरसायन क्षेत्र की सुविधा के लिए गति, पैमाने और कौशल लाने का प्रयास करना चाहिए। कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए और ऐसे कार्यक्रमों में उद्योग को शामिल किया जाना चाहिए। जहां भी आवश्यक हो, उद्योग प्रमाणन की सुविधा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए सभी प्रयास किए जाने चाहिए।