प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर सुरक्षित साइबर स्पेस अभियान के तहत शुरू किया गया I4C आज देश की साइबर सुरक्षा का एक मजबूत स्तंभ बन गया है
आज शुरू की गई ‘I4C’ की चार प्रमुख पहल साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई को और अधिक मजबूत, प्रभावी और सफल बनाने में बहुत बड़ा योगदान देंगी
साइबर सुरक्षा केवल डिजिटल दुनिया तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण पहलू है
कोई भी एक संगठन या संस्था साइबर स्पेस को सुरक्षित नहीं कर सकती, सभी हितधारकों को एक मंच पर आकर इसके लिए मिलकर काम करने की जरूरत है
राष्ट्रीय स्तर पर संदिग्ध रजिस्ट्री बनाने और राज्यों को इससे जोड़ने से साइबर अपराध की रोकथाम में मदद मिलेगी
5 साल में करीब 5 हजार साइबर कमांडो तैयार किए जाएंगे
तीन नए आपराधिक कानूनों में देश को साइबर सुरक्षित बनाने के लिए सभी कानूनी व्यवस्थाएं की गई हैं
केंद्रीय गृह मंत्री ने साइबर धोखाधड़ी शमन केंद्र (CFMC) को समर्पित किया, समन्वय प्लेटफॉर्म (संयुक्त साइबर अपराध जांच सुविधा प्रणाली), ‘साइबर कमांडो’ कार्यक्रम और संदिग्ध रजिस्ट्री का शुभारंभ किया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर सुरक्षित साइबर स्पेस अभियान के तहत शुरू किया गया I4C आज देश की साइबर सुरक्षा का एक मजबूत स्तंभ बन गया है
आज शुरू की गई ‘I4C’ की चार प्रमुख पहल साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई को और अधिक मजबूत, प्रभावी और सफल बनाने में बहुत बड़ा योगदान देंगी
साइबर सुरक्षा केवल डिजिटल दुनिया तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण पहलू है
कोई भी एक संगठन या संस्था साइबर स्पेस को सुरक्षित नहीं कर सकती, सभी हितधारकों को एक मंच पर आकर इसके लिए मिलकर काम करने की जरूरत है
राष्ट्रीय स्तर पर संदिग्ध रजिस्ट्री बनाने और राज्यों को इससे जोड़ने से साइबर अपराध की रोकथाम में मदद मिलेगी
5 साल में करीब 5 हजार साइबर कमांडो तैयार किए जाएंगे
तीन नए आपराधिक कानूनों में देश को साइबर सुरक्षित बनाने के लिए सभी कानूनी व्यवस्थाएं की गई हैं
केंद्रीय गृह मंत्री ने साइबर धोखाधड़ी शमन केंद्र (CFMC) को समर्पित किया, समन्वय प्लेटफॉर्म (संयुक्त साइबर अपराध जांच सुविधा प्रणाली), ‘साइबर कमांडो’ कार्यक्रम और संदिग्ध रजिस्ट्री का शुभारंभ किया