राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का दावा है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एक बार फिर सत्ता में आएगी। कांग्रेस प्रदेश के लोगों को बेहतर प्रशासन देगी। उन्होंने कहा कि भाजपा और केंद्र सरकार जिस तरह से विरोधी दलों के नेताओं को निशाना बना रही है। यह सब जनता देख रही है। चुनाव में वोट की ताकत से जनता भाजपा को जवाब देगी।
पायलट ने कहा कि प्रदेश में सीएम का फैसला निर्वाचित विधायक और कांग्रेस आलाकमान करेगा। किसी एक व्यक्ति के कहने से कोई सीएम नहीं बनता है। विभिन्न मुद्दों पर पायलट ने दैनिक जागरण से बातचीत की।
किसी व्यक्ति के कहने से सीएम नहीं बनता- पायलट
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट से पूछा गया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बार-बार कह रहे हैं कि सीएम की कुर्सी मुझे नहीं छोड़ रही और आगे भी नहीं छोड़ेगी। इसपर उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री का फैसला निर्वाचित विधायक करते हैं। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सीएम का फैसला करने का अधिकार पार्टी आलाकमान को सौंपने का एक पंक्ति का प्रस्ताव पारित होता है।
उन्होंने कहा, इसके बाद आलाकमान सीएम का फैसला करता है। अब भी सरकार बनने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी सीएम का फैसला करेंगे। पार्टी ने किसी भी राज्य में सीएम का चेहरा घोषित नहीं किया है। किसी व्यक्ति के कहने से सीएम नहीं बनता है।
जब पायलट से पूछा गया कि सीएम अशोक गहलोत आप पर बगावत कर विधायकों के साथ मानेसर जाने का आरोप लगाते हैं, तो इसपर उन्होंने कहा कि हमने कोई बगावत नहीं की थी। हम अपनी बात आलाकमान तक कहने के लिए गए थे। हम मुख्यमंत्री पद पर परिवर्तन चाह रहे थे। हमारी राहुल और प्रियंका गांधी से बात हुई थी। हम सभी विधायक मानेसर में नहीं थे। कोई दिल्ली था तो कोई गुरूग्राम और कोई मानेसर में था।
बगाावत से आलाकमान अब तक नाराज है- पायलट
उन्होंने कहा कि उसके बाद सरकार में राजनीतिक नियुक्तियां हुईं। कई बड़े निर्णय आलाकमान ने लिए। लेकिन उससे बड़ी बगावत तो पार्टी आलाकमान के खिलाफ पिछले साल 25 सितंबर को हुई जब वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कोषाध्यक्ष अजय माकन तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर विधायक दल की बैठक करने के लिए जयपुर आए थे। लेकिन यह बैठक नहीं होने दी गई। इस बगाावत से आलाकमान अब तक नाराज है। उन्हें नोटिस दिया गया। हमें तो कोई नोटिस नहीं दिया था।