

राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी सहयोगी और जोधपुर के पूर्व मेयर रामेश्वर दाधीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए हैं। दाधीच जोधपुर नगर निगम के पूर्व महापौर हैं।
कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में ली सदस्यता
दौसा के कांग्रेस नेता विनोद शर्मा सहित विभिन्न पार्टियों व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। बृहस्पतिवार को केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी,जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सी.पी.जोशी दाधीच सहित अन्य नेताओं का भाजपा में शामिल होने पर दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया। दाधीच सूरसागर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस ने इस सीट से शहजाद खान को टिकट दिया है।
टिकट न मिलने से नाराज
टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर दाधीच ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया था। बृहस्पतिवार को उन्होंने चुनाव मैदान से हटने की घोषणा की है।दाधीच ने आरोप लगाया कि सीएम गहलोत ने अपने राजनीतिक समीकरण साधने के लिए मुस्लिम नेता को टिकट दिया है। उल्लेखनीय है कि जोधपुर गहलोत का गृह शहर है। उधर भाजपा के प्रदेश मीडिया विभाग की ओर से बताया गया कि पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के पक्ष में 17 बागी चुनाव मैदान से हटे हैं।
गिर्राज सिंह मलिंगा ने भी छोड़ा कांग्रेस का साथ
इससे पहले 6 नवंबर को बारी से कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे और कहा था कि उन्होंने पार्टी इसलिए बदली, क्योंकि पार्टी में एक-एक कर नेताओं को निशाना बनाया जा रहा था। मध्य प्रदेश उन पांच राज्यों में से एक है, जहां 17 नवंबर को एक चरण में मतदान होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। मतदाता 230 विधानसभा क्षेत्रों से विधायक चुने जाएंगे।