जोधपुर भारतीय प्रौद्योगिकीसंस्थान (आईआईटी) जोधपुर नेकागज का उपयोग बायोसेंसर केतौर पर कर एक स्ट्रिप तैयार कीहै, जिससे डायबिटीज का टेस्टहो सकता है। कुछ समय बादइससे यूरिक एसिड और लेक्टेटएसिड जैसे क्लिनिकल टेस्ट कीभी जांच होगी। साथ ही अन्यसंक्रामक बीमारियों के लिए भीकागज रूपी बायोसेंसर मेंपरिवर्तन किया जाएगा, ताकिआम लोग घर बैठे विभिन्नबीमारियों के बारे में स्वयं ही टेस्टकरके जान सकें।108ऐसे तैयार की स्ट्रिपवर्तमान में स्ट्रिप सिलियम औरबनती है, जो महंगी होती है।गेलियम नाइट्राइड जैसे तत्वों सेबनती है, जो महंगी होती है।आईआईटी ने लैब में कागज परहाइड्रोफिलिक कोटिंग और विभिन्नकेमिकल रिएजेंट से मोडिफाई किया,जो अलग-अलग सांद्रता बताते हैं।स्ट्रिप पर जब रक्त की बूंद डालते हैं।तो ग्लूकोज के लेवल के अनुसारपढ़ें कागज @ पेज 15 यह अलग-अलग रंग बताती है।